पंचायत इंडिया न्यूज़
हरदा। जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर है ग्राम पंचायत पलासनेर। एक समय गांव अतिक्रमण की चपेट में था, दबंगों ने अतिक्रमण कर रखा था, लेकिन गांव की महिला सरपंच सरोज चौरसिया ने गांव को अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान चलाया।
इसके तहत उन्होंने दबंगों के कब्जे से स्कूल की जमीन मुक्त कराई। इस पर पंचायत भवन का निर्माण कराया। साथ ही इस जमीन पर ट्यूबवेल खनन कराया। इसी ट्यूबवेल से गांव में नल जल योजना का संचालन किया जा रहा है। इसका लाभ गांव के करीब 150 परिवारों को मिल रहा है। वहीं गांव में भारत माता का मंदिर बना हुआ है।
सरपंच ने गांव के हर घर जाकर उनकी समस्याएं रजिस्टर में लिखी अब हल कर रही हैं। ग्रामीण अपनी बेटियों को पढ़ा लिखाकर आगे बढ़ाना चाह रहे हैं। गांव में प्राइमरी स्कूल से लेकर हाई स्कूल तक है। वहीं ग्रामीणों की मांग हायर सेकंडरी स्कूल की भी है, ताकि बच्चियां गांव में ही पढ़ा सकें।
गांव के बीच में से रेलवे लाइन गुजरी है। ऐसे में रेल और सड़क मार्ग से गांव की सीधी कनेक्टिविटी है। इसका लाभ भी ग्रामीणों को मिल रहा है। गांव में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। सड़क और नालियों को निर्माण किया है।
ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन है। साथ ही उप स्वास्थ्य केंद्र, सेवा सहकारी समिति, मुख्य मार्ग पर स्ट्रीट लाइट, मार्ग पर कुर्सियां रखी गई हैं, हाईस्कूल है। वहीं गांव के नीतेश यादव नाम के दो युवा अमेरिका और थाईलैंड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ग्रामीण लखनलाल यादव की तीन बेटियां महिला बाल विकास अधिकारी, आयकर अधिकारी, केनरा बैंक प्रबंधक के पद पर हैं। वहीं गांव के डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, शासकीय सेवाओं में नाम कमा रहे हैं।
