45 वोट से जीतने वाली असली सरपंच भारती रावत को तीन साल बाद मिला न्याय, हाईकोर्ट ने घोषित किया वैध सरपंच

ब्यूरो रिपोर्ट ग्वालियर / पंचायत इंडिया न्यूज़

ग्वालियर। ग्वालियर जिले के भितरवार जनपद की ग्राम पंचायत खड़ौआ में वर्ष 2022 में हुए पंचायत चुनाव में 45 वोट से जीतने वाली असली सरपंच को तीन साल बाद न्याय मिला है। अब एसडीएम संजीव कुमार जैन ने फैसला सुनाते हुए वर्तमान सरपंच रश्मि रावत का निर्वाचन शून्य घोषित कर भारती रावत को वैध सरपंच घोषित कर दिया है।

दरअसल, ग्राम पंचायत खड़ौआ में वर्ष 2022 के चुनाव में छह प्रत्याशी मैदान में थे। मतगणना के दौरान भारती रावत को मिले कुल 168 वोट गलती से रश्मि रावत के खाते में जोड़ दिए गए, जिससे परिणाम पलट गया और रश्मि को विजेता घोषित कर दिया गया। इसके बाद रश्मि रावत ने सरपंच का पद संभाल लिया। भारती रावत न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया।

भारती रावत ने इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी और मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। कोर्ट के आदेश पर भितरवार एसडीएम ने दोबारा जांच की और पाया कि गणना में गंभीर गलती हुई थी। इसके बाद रश्मि रावत का चुनाव निरस्त कर दिया गया और आदेश जारी कर भारती रावत को पंचायत का वैध सरपंच घोषित किया गया।

अधिकारियों व कर्मचारियों ने की लापरवाही
यह पूरा विवाद चुनाव प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की चूक से शुरू हुआ। इस लापरवाही का खामियाजा भारती रावत को तीन साल तक भुगतना पड़ा। अब जाकर उन्हें न्याय मिला है और पंचायत को उसका वास्तविक नेतृत्व मिला है।

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