ब्यूरो रिपोर्ट बुरहानपुर / पंचायत इंडिया न्यूज़
बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले की खकनार जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत मांडवा इन दिनों प्रशासनिक लापरवाही का शिकार हो रही है। गांव के सचिव रामसिंग राठौर बीते लगभग 15 दिनों से पंचायत कार्यालय नहीं आ रहे, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जयस के ब्लॉक उपाध्यक्ष मास्टर रावत ने बताया कि मांडवा और आसपास के कई स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की जन्मतिथि और नाम से संबंधित त्रुटियां दस्तावेजों में पाई गई हैं, जिन्हें सुधारने के लिए जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। लेकिन जब भी परिजन पंचायत कार्यालय पहुंचते हैं, वहां सचिव की अनुपस्थिति पाई जाती है। इस स्थिति से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।
सोमवार को बड़ी संख्या में ग्रामवासी पंचायत भवन पहुंचे और सचिव की अनुपस्थिति को लेकर जमकर नाराज़गी जताई। ग्रामीणों ने बताया कि किसी भी सरकारी कार्य—चाहे वह बनाने, सत्यापन या दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराने का हो—के लिए पंचायत जाना पड़ता है, लेकिन सचिव कार्यालय में मिलते ही नहीं।
ग्रामवासियों ने जनपद पंचायत की सीईओ वंदना कैथल को लिखित शिकायत सौंपते हुए सचिव को तत्काल हटाने की मांग की। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सचिव रामसिंह राठौर को कई बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कभी कॉल रिसीव नहीं किया।
इस विषय में जब जनपद सीईओ वंदना कैथल से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि उनकी सचिव से बात हो चुकी है। उन्हें पंचायत में नियमित रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। सीईओ ने आश्वासन दिया कि ग्रामवासियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण कराया जाएगा।
स्थानीय लोग इस बात से नाराज़ हैं कि गांव की बुनियादी जरूरतें, विशेषकर बच्चों की शिक्षा और दस्तावेज संबंधी कार्य, पंचायत सचिव की लापरवाही के कारण अटक रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे गैर-जिम्मेदार कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ग्रामीणों को इस प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े।
