ब्यूरो रिपोर्ट हरदा। पंचायत इंडिया न्यूज़
हरदा। हरदा जिले की ग्राम पंचायत पलासनेर में बुधवार को ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कलेक्टर के नाम तहसीलदार राजेंद्र पंवार को ज्ञापन सौंपा। तहसीलदार पंवार ने मामले की सक्षम अधिकारियों से जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
उपसरपंच अजय मिश्रा और नारायण प्रसाद चौहान ने बताया कि ग्राम पंचायत पलासनेर की सरपंच सरोज चौरसिया, सचिव ओमप्रकाश गुर्जर और सहायक सचिव द्वारा भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितताएं की जा रही हैं। उनके अनुसार, गांव में विकास कार्य ठप पड़े हैं और शासन से मिली राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच सरकारी पैसों से अपना निजी मकान बनवा रही हैं, इसलिए उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि गांव में दो तालाबों के निर्माण के लिए शासन से राशि मिली थी, लेकिन मौके पर कोई काम नहीं हुआ और दोनों तालाबों के नाम पर करीब 2 लाख 18 हजार रुपये से अधिक की राशि निकाल ली गई।
इसके अतिरिक्त, गांव में दो सड़कों का निर्माण होना था, जिसके लिए 5 लाख 74 हजार रुपये की राशि आहरित की जा चुकी है, लेकिन मौके पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि छह महीने पहले ढाई लाख रुपये की लागत से बनी एक सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है, जो घटिया निर्माण का प्रमाण है।
गांव में बने स्टॉप डैम को भी शासन द्वारा निर्धारित डिज़ाइन के अनुसार नहीं बनाया गया है और उसके दरवाजे गायब हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि एक प्राकृतिक तालाब को फर्जी मजदूरों से काम कराने का दावा कर राशि निकाली गई है, जबकि वहां वर्षों से केवल एक नाला बह रहा है।
ग्रामीणों ने 1 लाख 20 हजार रुपये की लागत से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों पर भी सवाल उठाए, क्योंकि गांव के कई वार्डों में अब भी अंधेरा है और ये लाइटें बाजार से ऊंचे दामों पर खरीदी गई हैं। उन्होंने मांग की है कि विगत वर्षों में जिन सोशल एवं शासकीय ऑडिटरों ने इस ग्राम पंचायत की जांच की और सब कुछ ‘सही’ बताया, उन पर भी मिलीभगत की आशंका के तहत कार्रवाई की जाए।
